Monday, July 23, 2012

वरदान साबित हो रही फाजिल्का-अबोहर ट्रेन

जागरण संवाददाता, फाजिल्का

बसों से तीन गुना से भी कम किराए के चलते फाजिल्का-अबोहर रेल ट्रैक पर शुरू हुई एकमात्र यात्री गाड़ी यात्रियों से पूरी तरह लदी हुई चल रही है। इस गाड़ी के चलने से बस संचालकों की मनमर्जी से आजिज यात्रियों ने राहत की सांस ली है।

हालांकि रेलवे ने इस ट्रैक पर अभी तक एक ही गाड़ी चलाई है जिसके चलते इस ट्रैक का लाभ न तो यात्रियों को पूरी तरह मिल रहा है और न ही रेलवे विभाग को इस ट्रैक से कोई कमाई हो रही है। क्योंकि इस गाड़ी का आने जाने का समय दोपहर का है, जिसके चलते सुबह दफ्तरी कामकाज वाले लोग और शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी इस गाड़ी का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। उसके बावजूद यह गाड़ी दोनों तरफ से पूरी तरह लदकर चल रही है।

रविवार को भी करीब सात सौ सीटों वाली इस यात्री गाड़ी में दर्जनों लोगों ने सीटें न होने के चलते खड़े होकर सफर किया, जबकि फाजिल्का से अबोहर वापसी मौके इस गाड़ी के लिए पांच सौ टिकटों की बिक्री की पुष्टि स्थानीय स्टेशन सुपरिंटेंडेंट अशोक सेतिया ने की है।

हालांकि सुविधा के मामले में यह गाड़ी थोड़ी फिसड्डी साबित हो रही है क्योंकि बठिंडा से वाशिंग लाइन में पानी भरकर चलने वाली इस गाड़ी में अबोहर पहुंचते-पहुंचते पानी समाप्त हो जाता है। इसके चलते अबोहर से फाजिल्का व फाजिल्का से अबोहर तक सफर करने वाले यात्रियों को पानी न होने के चलते भारी परेशानी का सामन करना पड़ता है।

नार्दर्न रेलवे पैसेंजर्स समिति ने रेलवे विभाग से फाजिल्का में वाशिंग लाइन स्थापित करने की मांग की है ताकि यहां आधे घंटे के ठहराव के दौरान गाड़ी में पानी भरा जा सके।

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