Saturday, January 22, 2011

Punjab's First Kite Flying Festival at Fazilka:: Fazilka Tourism

Fazilka Kite Festival
फाजिल्का बसंत पंचमी के मौके पर होगा पंजाब का पहला पतंग महोत्सव : फाजिल्का पर्यटन 
फाजिल्का पर्यटन को बढ़ावा देने के मंतव से आगे आई समाज सेवी संस्थाए 

"चली चली रे पतंग मेरी चली रे, चली बादलो के पार होके डोर पे सवार, सारी दुनिया यह देख देख जली रे"

पहली बार फाजिल्का की शान बन चुका विरासत भवन अब  Graduates Welfare Association फाजिल्का, शहीद भगत सिंह स्पोर्ट्स क्लब फाजिल्का और सरहद Social Welfare सोसाइटी के साथ मिल के 8 फरवरी को  बसंत पंचमी के मौके पर गवर्नमेंट Secondary माडल स्कूल (लड़के) में फाजिल्का व् पंजाब का पहला पतंग महोत्सव मानाने जा रहा है | पंजाब  में मनाया जाने वाला यह अपने तरह का यह पहला पतंग महोत्सव होगा | यह आयोजन फाजिल्का को दुनिया के कुछ चुनींदा शहरों की श्रेणी में खड़ा कर देगी जहाँ पर पतंग उत्सव मनाया जाता है और इससे सीधे तौर पर फाजिल्का पर्यटन उद्योग को काफी लाभ पहुंचेगा | आसमान में उडती हुयी पतंगे फाजिल्का वासियों के होंसले और बुलंदियों को छूने के इरादे और रंग बिरंगी पतंगे, फाजिल्का के लोगो के रंग बिरंगी जिंदगी और उनके स्वभाव को पर्दर्शित करेंगी | हर पतंग के साथ "फाजिल्का को जिला बनाए" का सन्देश भी साथ में लगाकर आसमान में छोड़ा जायेगा | इस कार्यक्रम का पूरी डिजाईन अथवा आर्ट वर्क श्री विकास बजाज ने किया है |

 इसमें पहले दुसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले पतंगबाजो के टीम को क्रम्शय 3100/- 2100/- व 1100/- के पुरस्कारो से भी नवाजा जायेगा जो की सरहद Social Welfare सोसाइटी फाजिल्का के तरफ से दिए जायेंगे | पतंग महोत्सव के सभी तैयारिया पूरी कर ले गयी है और उम्मीद है, इसमें ना केवल पंजाब बल्कि साथ लगते राज्य हरियाणा और राजस्थान से भी टीमे हिस्सा लेंगी | युवाऊ में इस महोत्सव को देखते हुए काफी उत्शाह पाया जा रहा है |

" हमारे सभ्याचार से जुडी कई ऐसे चीजे है, जिन्हें हमें समय के साथ बदलाव करके आगे लाते रहना चाहिए, ताकि हमारी विरासत भी जिन्दा रहे और समाज भी एक माला में बंधा रहे"  पम्मी सिंह. संस्थापक, फाजिल्का विरासत भवन|


" शहीद भगत सिंह स्पोर्ट्स क्लब फाजिल्का का मकसद शुरू सी ही  दिशाहीन और नाशो में डूब रहे पंजाबी युवाऊ को खेलो के प्रति प्रेरित करना और उनकी शक्ति को देश अथवा समाज के निर्माण के तरफ लगाना रहा है, पतंग शुरू से ही हमारी विरासत से जुडी है और बसंत में किसी समय फाजिल्का का आस्मां, पतंगों से भर जाता था". आज का युवा इन सामाजिक समीकरणों से दूर हो कर, अकेलेपन के जिंदगी के तरफ ज्यादा जा रहा है" , ऐसे महोत्सव समय समय पर होते रहने चाहिए और हम सदा इस के लिए अगर्सर रहेंगे" परमजीत वरार, प्रधान, शहीद भगत सिंह स्पोर्ट्स क्लब फाजिल्का|

"टूट रहे सामाजिक समीकरणों को, इस तरह के उत्सवो से हे जोड़ के रखा जा सकता है, जिससे ना केवल युवाऊ में खेल के प्रति बल्कि ख़तम होती विरासत को सँभालने के लिए भी प्यार पैदा होगा और फाजिल्का का नाम पर्यटन के क्षेत्र में देश और दुनिया भर में मशहूर होगा अथवा रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे"  नवदीप असीजा, ग्वाफ़ | याद रहे की गुजरात में १५ दिनों के पतंग महोत्सव से, राज्य को करीब ३०० करोड़ से भी ज्यादा आय होती है | 

श्री राकेश नागपाल, सरहद Social Welfare सोसाइटी  फाजिल्का के अद्यक्ष ने इस अवसर पर अपने आप को साथ जोड़ के ख़ुशी व्यक्त के और कहा की सरहद केसरी परिवार सदा हे ऐसे कार्यक्रमों में आगे रहा है, और इस पूरे कार्यक्रम को भी सफलतापूर्वक बनाने में अपना पूरा सहियोग देगा |  भाग लेने वाले अपने नाम, पम्मी सिंह, विरासत भवन, सरकारी मॉडल स्कूल Boys , फाजिल्का या सरहद केसरी के दफ्तर में लिखवा सकते है | श्री गुरदीप सिंह प्रिंसिपल सरकारी मॉडल स्कूल Boys , फाजिल्का के इस प्रकार के पंजाब में  हो रहे पहले कार्यक्रम का गवर्नमेंट स्कूल में होने पर ख़ुशी प्रगट के है | कार्यक्रम के दोरान अलग अलग लोक कलाओ के साथ संगीत की धुनें भी बजायी जाएँगी और पूरा आसमान रंग बिरंगी पतंगों से भर ਦੀਯਾ जायेगा    |

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