Monday, June 20, 2011

सरहद तक चलेंगी रोडवेज की बसें

देश की आजादी के बाद पंजाब रोडवेज की बसों की राह देख रहे सरहदी ग्रामीणों को जल्द ही बस सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा भारत-पाक सरहद पर स्थित सादकी बार्डर और 1965 व 1971 के शहीदों की समाधि आसफवाला तक भी बस सुविधा मिलेगी। इससे ग्रामीणों को फाजिल्का और जलालाबाद तक आने-जाने में काफी राहत मिलेगी। अब तक यह ग्रामीण अपने वाहनों या टैंपो पर सफर कर रहे हैं। यह जानकारी परिवहन मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने भास्कर से विशेष बातचीत के दौरान दी।

विद्यार्थियों को होगा फायदा
ज्याणी ने बताया कि सरहदी क्षेत्र में रोडवेज की बसों की कमी के कारण विद्यार्थी खासकर लड़कियां फाजिल्का तक का करीब 20 किलोमीटर का सफर तय नहीं कर सकती। इस कारण वे उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाती हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही फाजिल्का से सरहदी गांव तेजा रूहेला और गुलाबा भैणी तक बसें शुरू की जाएंगी। 

पर्यटक पहुंचेंगे सादकी बार्डर तक
सरहद पर स्थित सादकी बार्डर और शहीदों की समाधि आसफवाला तक कोई बस नहीं चलती। जिस कारण पर्यटक व अन्य अधिकांश लोग सादकी बार्डर पर रिट्रीट सेरेमनी का लुत्फ नहीं उठा सकते। इसके अलावा वे लोग शहीदों की समाधि पर नमन करने से वंचित रह जाते हैं। भाजयुमो महासचिव शाम लाल कंबोज ने बताया कि रोडवेज बस सुविधा शुरू होने से सादकी बार्डर और शहीदों की समाधि तक का लुत्फ उठाने के लिए सैकड़ों लोग रोजाना सफर करेंगे।

पुलों को चौड़ाई बढ़ाने की तैयारी
परिवहन मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने बताया कि सरहदी गांवों में कुछ नहरों और सेमनालों की पुलों की चौड़ाई कम है। इस बारे में उन्होंने रिपोर्ट मंगवा ली है। पुलों की चौड़ाई बढ़ाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कार्य पूरा होने के बाद बसें शुरू कर दी जाएंगी।

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