फाजिल्का-बागवानी के लिए पंजाब के कैलिफोर्निया के तौर पर पहचान बना चुके फाजिल्का व अबोहर में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिए बहुत कुछ उपलब्ध है। यह बात पंजाब में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री की संभावनाएं तलाश रही कैनेडा की यूनिवर्सिटी आफ मेनीटोबा के शिष्टमंडल ने भी स्वीकार की है। शिष्टमंडल ने फाजिल्का व अबोहर के विभिन्न बागों, जूस फैक्ट्री, नहरी पानी की उपलब्धता व कृषि और बागवानी कार्यो के रिकार्ड की मेंटीनेंस जैसी बुनियादी सुविधाओं के बारीकी से अध्ययन किया। इसके बाद शिष्टमंडल ने यूनिवर्सिटी द्वारा पंजाब एग्रो के साथ मिलकर पंजाब में फूड इंडस्ट्री को प्रोत्साहित करने संबंधी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। फाजिल्का स्थित उत्तर भारत की सबसे बड़ी कृषि सेवा कंपनी जमींदारा फार्मसाल्यूशंस पर दैनिक जागरण के साथ बातचीत में यूनिवर्सिटी आफ मेनीटोबा की चीफ आपरेटिंग आफिसर कम जनरल मैनेजर लिंडा लौरी, कैनेडा की कृषि सेवा कंपनी क्रोयेकर फार्मस लिमिटेड की प्रेजीडेट सीईओ वेन रेंपल, अनिवासी भारतीय एवं यूनिवर्सिटी आफ मेनीटोबा के वाइस प्रेजीडेट (रिसर्च) दिगवीर जायस व मिस राबिन मैक्रे ने बताया कि यूनिवर्सिटी आफ मेनीटोबा पंजाब एग्रो के साथ मिलकर किसी बागवानी पर आधारित क्षेत्र में उत्पादित वस्तुओं के वेल्यू एडीशन के लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना करना चाहते है। इसके लिए फलों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध फाजिल्का व अबोहर क्षेत्र के अलावा होशियारपुर इलाके में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाश की जा रही है। उसके तहत ही फाजिल्का व अबोहर का दौरा शिष्टमंडल ने किया है। इस दौरान अबोहर स्थित पंजाब एग्रो द्वारा निर्मित जूस फैक्ट्री के साथ विभिन्न किन्नू, अमरूद व अन्य फलों के बागों का दौरा किया गया है। शिष्टमंडल यह भी जाना है कि बागवानी या फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री की संभावनाओं के लिए पर्याप्त पानी के लिए नहरों की क्या व्यवस्था है। साथ ही बागवानी व कृषि क्षेत्र की जरूरतों जैसे कि कृषि कार्यो के लिए आधुनिक तकनीक से लैस लेबर, अत्याधुनिक कृषि यंत्रों व उनकी आम किसानों व बागवानों को आसानी से उपलब्धता के साथ उत्पादन संबंधी सारे रिकार्ड की मेंटीनेंस का प्रबंध है या नहीं। शिष्टमंडल को यह सारी खूबियां कृषि सेवा कंपनी जमींदारा फार्मसाल्यूशंस के पास नजर आई। शिष्टमंडल ने अब आगामी संभावनाओं के लिए पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी के लिए रवाना हो गया है। होशियारपुर व जालंधर में बागवानी की संभावनाओं को देखने के बाद ही यूनिवर्सिटी आफ मेनीटोबा पंजाब में सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना करेगी, जहां कृषि उत्पादों का वेल्यू एडीशन कर उनकी सीधे खपत कर फूड प्रोसेसिंग के जरिये अधिक लाभ कमाने के ढंगों की जानकारी और सहायता दी जाएगी। इस मौके पर कैनेडेयाई शिष्टमंडल के साथ जमींदारा फार्मसाल्यूशंस के एमडी सुरेद्र आहूजा, डायरेक्टर विक्रम आहूजा, अनु नागपाल, संजीव नागपाल, कृषि विशेषज्ञ प्रेम बब्बर आदि मौजूद थे http://in.jagran.yahoo.com/news/local/punjab/4_2_5638933.html
Wednesday, July 22, 2009
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