Monday, August 15, 2022

Fazilka Badha Lake Revitilization - Inauguration - 14th August 2022 || 6 PM

ਉਹ ਇਤਿਹਾਸਕ ਪਲ ਜਿਸ ਦਾ ਫਾਜ਼ਿਲਕਾ ਨੇ ਲਗਭਗ 30 ਸਾਲਾਂ ਤੋਂ ਇੰਤਜ਼ਾਰ ਕੀਤਾ। ਫਾਜ਼ਿਲਕਾ ਦੀ ਪਹਿਚਾਣ ਅਤੇ ਸਾਡੀ ਗੁਆਚੀ ਹੋਈ ਵਾਤਾਵਰਨ ਵਿਰਾਸਤ ਬਾਧਾ ਝੀਲ ਸਾਡੇ ਵਿਧਾਇਕ ਸ. ਨਰਿੰਦਰ ਪਾਲ ਸਿੰਘ ਸਵਨਾ ਅਤੇ ਸਾਡੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਡਾ: ਹਿਮਾਂਸ਼ੂ ਅਗਰਵਾਲ ਅਤੇ ਬਾਧਾ ਪਿੰਡ ਦੇ ਸਰਪੰਚ ਸ. ਗੁਰਮੀਤ ਸਿੰਘ ਦੇ ਯਤਨਾਂ ਸਦਕਾ ਫਾਜ਼ਿਲਕਾ ਦੀ ਵਾਪਿਸ ਮਿਲਣ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਇਹਨਾਂ ਦੇ ਸੁਹਿਰਦ ਯਤਨਾਂ ਸਦਕਾ ਹੀ ਸੰਭਵ ਹੋ ਸਕਿਆ ਹੈ। ਤੁਸੀਂ ਸਾਰੇ ਦਿਲੋਂ ਵਧਾਈ ਦੇ ਹੱਕਦਾਰ ਹੋ। ਇਹ ਫਾਜ਼ਿਲਕਾ ਦੀ ਮੌਜੂਦਾ ਅਤੇ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪੀੜ੍ਹੀਆਂ ਲਈ ਬਹੁਤ ਵੱਡਾ ਕਦਮ ਹੈ ਅਤੇ ਆਜ਼ਾਦੀ ਦੇ 75ਵੇਂ ਸਾਲ 'ਚ ਫਾਜ਼ਿਲਕਾ ਲਈ ਇਸ ਤੋਂ ਸੋਹਣਾ ਤੋਹਫਾ ਕੋਈ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ।
#ਫਾਜ਼ਿਲਕਾ  #BadhaLake #Fazilka

वह इतिहासिक पल जिसका फाजिल्का ने करीब 30 साल इंतज़ार किया | फाजिल्का की पहचान और हमारी खोई हुई पर्यावरण विरासत बाधा झील , हमारे विधायक स. नरेंद्र पाल सिंह सवना और हमरे डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल और बाधा गांव के सरपंच स. गुरमीत सिंह के प्रयासों से फाजिल्का को वापिस मिलने जा रही है और इन्हीके ईमानदार प्रयासों से यह संभव हो पाया | आप सभी तहदिल से बधाई के पात्र है | फाजिल्का की वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए यह एक एहम क़दम और आज़ादी के 75वे वर्ष में फाज़िलका के लिए इससे खूबसूरत तोहफ़ा कोई और नहीं हो सकता | 
#बाधा _झील #फाज़िलका 

30 साल बाद जीवित होगी बाधा झील, किया जाएगा पुनर्निर्माण

Publish Date: Sun, 14 Aug 2022 09:59 PM (IST)Updated Date: Sun, 14 Aug 2022 09:59 PM (IST)

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : इतिहास गवाह है कि दुनिया के बड़े-बड़े नगर, कस्बे, यहां तक कि गांव भी उस जगह पर बसाए गए, जहां पानी नजदीक होता है। फाजिल्का शहर की शुरुआत भी इसी पानी से हुई थी। 18वीं शताब्दी में अंग्रेजों के समय एक जगह को झील का रूप देकर इसके किनारे बंगला बसाया गया, जिस बंगले को बाद में फाजिल्का कहा जाने लगा। लेकिन समय के साथ-साथ फाजिल्का को नाम देने वाली यह झील लुप्त होती गई। इस झील का पानी सतलुज से जुड़ा हुआ था, जोकि धीरे धीरे दूर होता गया, जिसके बाद झील सूखती गई। लेकिन समय-समय की सरकारों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और यह सूखते सूखते पुरी तरह से लुप्त हो गई, लेकिन आज तीन दशक बाद फाजिल्का को अपनी ऐतिहासिक धरोहर मिलने जा रही है। फाजिल्का के विधायक नरेंद्रपाल सिंह सवना व डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने रविवार देर शाम बाधा झील के छोटे हिस्से की शुरुआत की।

फाजिल्का की ऐतिहासिक बाधा झील की बात करें तो यह 18वीं शताब्दी में बनाई गई। इस झील के साथ सतलुज का पानी जुड़ा हुआ था, लेकिन 1960 में एक संधी के तहत इस झील को पानी देना बंद कर दिया गया, जिसके चलते यह बाधा झील सूखने लगी। इस झील के लिए लंबे समय तक संघर्ष करने वाले ग्रेजुएट वेलफेयर सोसायटी के सचिव इंजी. नवदीप असीजा ने बताया कि 1995 में इस झील के सूखने की शुरुआत हुई और 2006 में यहां आखिरी कमल खिला। इस झील की खासियत के रूप में पाए जाने वाले मोर भी यहां से लुप्त हो गए, जिसके चलते ना तो तब की सरकारों ने इस पर ध्यान दिया और ना ही लोगों ने। वर्ष 2015-16 में यहां कालोनी काट दी गई, जिसके चलते यहां लगाए गए पेड़ों को भी उखाड़ दिया गया, तब से लेकर अब तक वह कई बार प्रशासन के समक्ष मांग उठाते रहे हैं। लेकिन पिछले दिनों बाधा में प्लाटों को लेकर आई एक शिकायत के आधार पर की गई जांच के साथ इस झील के पुन: निर्माण के रास्ते भी खुल गए। प्रशासन ने यहां पंचायती जमीन पर फसल पैदा करने वाले किसानों को इस बार के लिए फसल काटने तक की इजाजत दी है, जिसके बाद यहां झील को बड़ा रूप दिया जाएगा। फिलहाल झील की शुरुआत अढ़ाई एकड़ से की जाएगी। इस मौके पर विधायक नरेंद्रपाल सिंह सवना ने कहा कि फाजिल्का की ऐतिहासिक धरोहर की यह मांग काफी लंबे समय थी, जिसका सपना आज शुरुआत के साथ साकार होता दिखाई दे रहा है। वह उम्मीद करते हैं कि जल्द ही इस झील की तस्वीर पहले की जैसी दिखाई दे। वहीं डीसी डा. हिमांशू अग्रवाल ने कहा कि यह प्रयास गांवों के लोगों के साथ ही मिलकर संभव हो सकता है। इसलिए गांव वासी इसमें पूर्ण सहयोग दें। उन्होंने कहा कि इसे केवल झील तक ही नहीं, बल्कि गांव के लोगों के रोजगार के लिए भी मौके पैदा करने के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। ताकि यहां के लोगों को भी फायदा मिले। गांव के सरपंच ने पंचायत व गांव वासियों की ओर से हर संभव सहयोग का विश्वास दिलाया।

Badha Lake Fazilka Revitalization Project


Tuesday, August 9, 2022

Fazilka authorities orders revival of century-old Badha lake; cancels allotted plots on its land

Chandigarh News, Hindustan Times
Published on Aug 06, 2022 02:43 AM IST
By Gaurav Sagar Bhaskar, Ferozepur


The office of the ADC (development), Fazilka, revealed that during investigation last month by the then ADC, Sagar Setia, it was found that the 5-5 marla plots to 69 people were allotted arbitrarily and executed in an unlawful manner and as a result, they stand revoked

The Fazilka district authorities have cancelled the plots allotted by panchayat on the land of century-old Badha lake in Badha village and ordered to revive the water body within six months.
In response to an RTI application, the office of the additional deputy commissioner (development), Fazilka, revealed that during investigation last month by the then ADC, Sagar Setia, it was found that the 5-5 marla plots to 69 people were allotted arbitrarily and executed in an unlawful manner and as a result, they stand revoked.
"Within six months, the old Badha lake at the site must be revived under MNREGA and the allotment of plots be revoked," Setia had ordered before his posting as ADC, Ferozepur, few days back.
The orders were on Friday implemented by the Fazilka administration.
Navdeep Asija, secretary (GWAF), one of the torch bearers working to revive the lake, said that on the occasion of 11th Anand Utsav, an annual environment festival of Fazilka region organized by Graduates Welfare Association Fazilka, (GWAF), citizens of Fazilka will gather for bhoomi pooja to start the revival work of Old Badha Lake at Fazilka on August 11.
Manoj Tripathi, an advocate, said that due to unplanned development and by diverting the water, this lake dried up which affected the ecology of the area badly and has left many such smaller horseshoe lakes on its banks dry.
"The lake-bed is now listed as panchayat land in the local revenue department's documents and has been leased out for cultivation. The ground water level has gone down to 40 m below the level," he said.