फाजिल्का -शहीदों की धरती, ऐतिहासिक नगरी फाजिल्का के कायाकल्प का जिम्मा अब राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्कीटेक्ट छात्राओं को सौंपा गया है। उन छात्राओं को स्थानीय नगर परिषद ने शहर की ब्यूटीफिकेशन के लिए हायर किया है।
उल्लेखनीय है कि नगर परिषद के अध्यक्ष अनिल सेठी ने शहर की खूबसूरती को और बढ़ाने के लिए अतिक्रमण हटाने, ऐतिहासिक इमारत घंटाघर को कार फ्री जोन बनाने, शहर के विभिन्न मार्गो को वन-वे करने का बीड़ा उठाया है। उसके तहत वह अब तक घंटाघर के तीन मार्गो पर बेरीकेड्स लगाकर उसे कार फ्री जोन बना चुके है। अब श्री सेठी ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए स्थानीय निवासी एवं दिल्ली में इंजीनियर नवदीप असीजा की सहायता से नई दिल्ली के स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्कीटेक्ट की छात्राओं कीर्ति दीक्षित व ध्रुवा सौंधी को हायर किया है। यह छात्राएं आर्कीटेक्ट तो है ही और दिल्ली में बड़े-बड़े भवन आधुनिक रूप से तैयार कर चुकी है। अब यह पूरे के पूरे शहर निर्माण की प्लानिंग व डिजाइन महारथ के लिए मास्टर डिग्री कर रही है। फाजिल्का नगर परिषद द्वारा उन्हे फाजिल्का की ब्यूटीफिकेशन व नई प्लानिंग के लिए चुने जाने पर कीर्ति व धु्रवा काफी उत्साहित है और यहां आते ही पहले ही दिन काम पर लग गई है। पहले दिन दोनों युवा आर्कीटेक्ट ने कार फ्री जोन बनाए ऐतिहासिक घंटाघर व आसपास की तीन सौ मीटर परिधि का अवलोकन किया। उन्होंने पूरे क्षेत्र का नक्शा तैयार कर उसकी ब्यूटीफिकेशन के लिए किए जाने वाले कार्यो की सूची बना ली है। दैनिक जागरण के साथ बातचीत में कीर्ति व धु्रवा ने बताया कि 67 वर्ष पुराना घंटाघर बहुत खूबसूरत है। उसे और खूबसूरत बनाने के लिए इसके परिसर में खराब हो चुके फव्वारों को पुन: शुरू करने, परिसर में बैठने के लिए सीटे स्थापित करने, नए सिरे से कलर स्टीम प्रदान करना, उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यो में प्रमुख है। इसके अलावा वह ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन फाजिल्का द्वारा शहर में शुरू की गई रिक्शा काल सर्विस (फोन कर रिक्शा बुलाने की सर्विस) के लिए स्टैड डिजाइन करने व शहर के बाजारों को वन-वे करना भी उनकी प्लानिंग में शामिल है। घंटाघर की ब्यूटीफिकेशन के लिए वह स्थानीय दुकानदारों के सुझाव और सहयोग भी लेंगी। इस मौके कीर्ति व धु्रवा के साथ नगर परिषद के इंजीनियर दिनेश शर्मा व इंजीनियर नवदीप असीजा भी मौजूद थे।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/punjab/4_2_5235027_1.html
No comments:
Post a Comment