Dainik Jagran, 21 April 2012
अमृत सचदेवा, फाजिल्का : प्रशासन कानून बनाता है तो उसे मानने के लिए लोगों को बाध्य करता है, लेकिन फाजिल्का में स्थापित कार फ्री जोन ने मनवाने और मानने वालों के बीच छत्तीस के आंकड़े के मायने बदल दिए हैं। फाजिल्का के सूझवान लोगों ने प्रशासन की ओर से घंटाघर को कार फ्री जोन बनाने के फैसले को अपने प्रति एक अच्छा फैसला मानते हुए उसे स्वीकार किया है। यही कारण है कि फाजिल्का को देश का पहला कार फ्री जोन स्थापित करने का श्रेय मिला है।फाजिल्का के घंटाघर चौक की तरफ जाने वाले तीन प्रमुख रास्तों होटलां बाजार, वूल मार्केट और सर्राफा बाजार में नगर परिषद ने ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन के सहयोग से बेरीकेड्स लगा दिए हैं। सुबह आठ से शाम छह बजे तक बंद रहने वाले इन बेरीकेड्स में दिन के समय सिर्फ दुपहिया या रिक्शा आदि ही जा सकते हैं। इससे पहले जब तक बेरीकेड्स नहीं लगे थे, तब तक तीनों मार्गो और चौथी तरफ के बंद बाजार में आने वाली कारें, आटो, ट्रैक्टर-ट्राली आदि घंटाघर के निकट आकर एक दूसरे में इस कदर फंस जाते थे कि आधा-आधा घंटा जाम लगा रहता था। वहां एकत्रित वाहनों से जो प्रदूषण फैलता था, इससे एतिहासिक इमारत घंटाघर की खूबसूरती को भी नुकसान पहुंच रहा था। प्रदूषण के कारण लोगों का सास लेना मुश्किल होता था, सो अलग।
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ऐसे आया कार फ्री जोन का उपाय
फाजिल्का : ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन ने 2006 में करवाए पहले फाजिल्का हेरीटेज फेस्टिवल में साधू आश्रम को अस्थायी रूप से वाहनों के लिए बंद कर वाकिंग स्ट्रीट बनाया था। अक्टूबर 2007 में आयोजित फेस्टिवल में घंटाघर को अस्थायी रूप से कार फ्री जोन बनाया। उन तीन-चार दिन में वाहनों की परेशानी से मुक्त होकर घूमने वाले लोगों से यह आइडिया आया कि क्यों न घंटाघर चौक को स्थायी रूप से कार फ्री जोन बना दिया जाए। 2008 में नगर परिषद के अध्यक्ष बने अनिल सेठी ने एसोसिएशन की मंशा को समझा और अस्तित्व में आ गई कार फ्री जोन।
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'पैंगुइन' ने फाजिल्का को बताया देश में अव्वल
फाजिल्का : इंटरनेशनल पब्लिशर्स पैंगुइन ने अपने 21 अप्रैल, 2010 के संस्करण में फाजिल्का को देश का पहला कार फ्री जोन घोषित किया है। इसी उपलब्धि के दम पर ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन कार फ्री जोन बनाने वाले नगर परिषद अध्यक्ष अनिल सेठी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले 'बेस्ट मेयर' मुकाबले में नामांकित करने जा रही है।
http://www.jagran.com/punjab/firozpur-9164461.html
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