जागरण संवाददाता, फाजिल्का
इलाके के लोगों की दशकों पुरानी फाजिल्का-अबोहर के बीच रेलगाड़ी चलने की मांग अब जल्द पूरी होने की संभावना बन गई है। रूट पर नई रेललाइन पर मेंटीनेंस ट्रेन दौड़ने लगी है, जिससे आगामी कुछ दिन के भीतर इस ट्रैक यात्री गाड़ी चलाने के आस जग गई है।
उल्लेखनीय है कि करीब एक साल पहले इस रूट पर करीब 42 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक का निर्माण पूरा हो चुका है। हालांकि यह कार्य 2008 से पहले पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन तीन साल की देरी के बाद आखिरकार जब जुलाई 2011 में काम पूरा हुआ तो तत्काल गाड़ियां चलने की उम्मीदें लगाई गई थी। लेकिन कमिश्नर रेलवे सेफ्टी द्वारा इस ट्रैक की सुरक्षा का जायजा लिए जाने में हुई देरी के चलते इस ट्रैक पर गाड़ियों का आवागमन शुरू नहीं हो सका। आखिरकार फाजिल्का व अबोहर के लोगों को इस ट्रैक पर गाड़ियां चलवाने के लिए संघर्ष का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। अबोहर में रेल चलवाने के लिए पिछले 28 दिन से धरना जारी है तो फाजिल्का में भी पिछले 10 दिन से विभिन्न संगठन क्रमवार भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। उसी का नतीजा है कि रेलवे ने इस ट्रैक पर गाड़ियां चलाने के लिए इसकी मेंटीनेंस तेज कर दी है। पिछले तीन दिन से एक मेंटीनेंस ट्रेन जिसमें एक इंजन व एक सवारी डिब्बा शामिल है रोजाना रेल ट्रैक पर आ जा रही है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार रेलमार्ग की सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है। अगर कहीं कोई खराबी है तो मेंटीनेंस ट्रेन के सवारी डिब्बे में सवार वर्कर उसे ठीक कर रहे हैं। खासकर मानव रहित रेलवे फाटकों के रास्तों को बंद किया जा रहा है। दो दिन के भीतर मेंटीनेंस ट्रेन का स्टाफ इस लाइन को क्रास करने वाले करीब 40 रास्तों जहां फाटक नहीं है, को बंद कर चुका है।
वहीं पिछले दिनों फाजिल्का आए डीआरएम एनसी गोयल ने भी 31 जुलाई तक इस ट्रैक पर स्टाफ की भर्ती के बाद ट्रेन शुरू करने का वादा करके गए थे।
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