अमृत सचदेवा, फाजिल्का
फाजिल्का से शुरू की गई कम वजन वाली ईको कैब रिक्शा का डंका अब प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ में भी बजने लगा है। मंगलवार को मनाए गए वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन एंड इंफार्मेशन सोसायटी डे के मौके चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा चंडीगढ़ ईको कैब: डायल-ए-रिक्शा लांच की गई।
ईको कैब रिक्शा ईजाद करने और डायल-ए-रिक्शा प्रोजेक्ट शुरू करने वाले इंजीनियर नवदीप असीजा ने बताया कि फाजिल्का में शुरू हुई डायल-ए-रिक्शा प्रोजेक्ट और ईको कैब से हाईकोर्ट इतना प्रभावित हुआ है कि कोर्ट ने स्वयं संज्ञान लेते हुए पूरे पंजाब, खासकर सभी जिला मुख्यालयों पर ईको कैब शुरू करने के आदेश दिए हैं। असीजा ने बताया कि उन आदेशों का पालन करते हुए सभी जिला मुख्यालयों पर ईको कैब का संचालन शुरू हो गया है। अब प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ में फोन पर रिक्शा बुलाने की सर्विस शुरू की गई है। फोन के अलावा ईको कैब की वेबसाइट पर जा अपने क्षेत्र के रिक्शा चालक की जानकारी ले उसे काल की जा सकती है। वहीं एंड्रायड फोन के जमाने में एक एंड्रायड एप्लीकेशन डाउनलोड कर लोग अपने सेक्टर के रिक्शा चालक की पोजीशन का पता लगा, नजदीक उपलब्ध रिक्शा चालक को बुला सकेंगे।
इंजीनियर असीजा ने बताया कि हर जिला मुख्यालय और प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ में ईको कैब सर्विस प्रशासन और एनजीओ के सहयोग से लांच की गई है। असीजा ने बताया कि चंडीगढ़ के 2 लाख 28 हजार 276 घरों में से 59 हजार 975 घरों के पास कार है। शेष परिवारों के पास यातायात के अन्य साधन तो हैं लेकिन दुपहिया के मुकाबले एक लोकल काल के खर्च पर आने वाली रिक्शा जहां पेट्रोल का खर्च बचाएगा, वहीं शहर का वातावरण भी प्रदूषित होने से बचेगा। बता दें कि फाजिल्का में डायल-ए-रिक्शा और एंड्रायड एप्लीकेशन के जरिये नजदीकी रिक्शा चालक की लोकेशन का पता लगा उन्हें बुलाने की सुविधा करीब एक साल पहले ही शुरू की जा चुकी है।
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