याचिका के निपटारे के बाद होगी नई स्थायी भर्ती : रखड़ा
अमृत सचदेवा, फाजिल्का 1अब तक वह कालेज केवल नामभर के लिए ही सरकारी था, जबकि कालेज के अधिकांश प्राध्यापकों व अन्य खर्च विद्यार्थियों के अभिभावकों के पैसे से ही पूरे किए जा रहे थे। जी हां, हम बात कर रहे हैं फाजिल्का जिले के एकमात्र सरकारी एमआर कालेज की, जहां पीटीए फंड से ही कालेज का संचालन हो रहा है। विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त कमरों, लाइब्रेरी, खेल मैदान, पर्याप्त एवं स्वच्छ पेयजल, साइंस लैब, फर्नीचर के लिए तरस रहे इस कालेज पर शनिवार को उस वक्त छप्पड़ फाड़कर मिलने की कहावत सच हो गई, जब उच्च शिक्षा मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा ने कालेज को दो करोड़ रुपये देने का न केवल ऐलान किया, बल्कि 50 लाख का चेक भी हाथों हाथ दे दिया।1विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए इलाके में आए उच्च शिक्षा मंत्री रखड़ा ने जब कालेज में कदम रखा तो वह पिछले एक दशक से ज्यादा समय में कालेज आने वाले पहले उच्च शिक्षा मंत्री बन गए। रस्मी तौर पर स्वागत के बाद जैसे ही कालेज के स्थायी स्टाफ, पीटीए स्टाफ, क्लेरिकल स्टाफ व प्रबंधन ने समस्याओं का पिटारा खोलना शुरू किया तो उन्हें इस बात का भान नहीं था कि उनकी मांगों पर कोई गौर होगा। कालेज प्रबंधन ने यूजीसी कोटे से कालेज को 20 लाख रुपये की दरकार के बारे में बताया गया। इस पर मंत्री रखड़ा ने कहा कि यूजीसी जब देगी तब देगी, लेकिन वे कालेज को दो करोड़ रुपये देने का ऐलान करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कालेज प्रबंधन को उक्त धनराशि में से 50 लाख रुपये का चेक सौंप दिया। साथ ही कहा कि जब यह खर्च हो जाए उसके बाद और पैसा भी जारी कर दिया जाएगा। 'दैनिक जागरण' ने जब मंत्री रखड़ा से कालेज के पीटीए स्टाफ को मिल रहे नाममात्र 10 हजार रुपये वेतन और स्थायी स्टाफ को मिल रहे एक एक लाख या उससे ज्यादा के वेतन का सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि यह सब हाईकोर्ट में दायर एक याचिका के चलते रुकी हुई भर्ती के कारण है। जैसे ही उस याचिका पर फैसला होता है, वैसे ही काम कर रहे काबिल स्टाफ को ही स्थायी स्टाफ के रूप में भर्ती कर बनता वेतन प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा कालेज की निर्माणाधीन लाइब्रेरी, हर साल विद्यार्थियों को पेश आने वाली कम सीटों की समस्या, क्लेरिकल व चतुर्थ श्रेणी स्टाफ की कमी के बारे में पूछने पर मंत्री रखड़ा ने कहा कि कोई विद्यार्थी दाखिले से वंचित नहीं रहेगा। पीटीए का पैसा कम रहता है तो सरकार कालेज संचालन के लिए पैसा देगी। पैसे की कोई कमी नहीं है। मंत्री के आगमन पर कालेज विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया। इस मौके पर मंत्री रखड़ा के साथ स्थानीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री सुरजीत ज्याणी, डीसी रविंद्र पाल सिंह, जत्थेदार चरण सिंह, प्रिंसिपल देसराज, पीटीए कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परमजीत सिंह वैरड़, सचिव संदीप अबरोल, गिरधारी लाल अग्रवाल, सतीश वर्मा, ममता ग्रोवर, प्रो. शेर सिंह इत्यादि मौजूद थे।
फाजिल्का में सरकारी एमआर कॉलेज में प्रिंसिपल देसराज को 50 लाख का चेक सौंपते उच्च शिक्षा मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा, सेहत मंत्री सुरजीत ज्याणी व अन्य।
No comments:
Post a Comment