Monday, April 25, 2011

हर किसी को हुई बचपन की यादें ताजा

ग्रेजुएट्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से आयोजित फाजिल्का विरासत महोत्सव की दूसरी नाइट 'बचपनÓ में बच्चों ने मनमोहक अंदाज में कार्यक्रम पेश करके दर्शकों को बचपन याद दिला दिया। 

कार्यक्रम का पब्लिक रिलेशन ऑफिसर चंडीगढ़ सुश्री उमा शर्मा ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके की। इस मौके पर एसोसिएशन के संरक्षक डॉक्टर भूपेन्द्र सिंह, अध्यक्ष एडवोकेट उमेश कुक्कड़, सचिव इंजीनियर नवदीप असीजा, शहीद भगत स्पोट्र्स क्लब के अध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा वैरड़, ट्वंटी-20 किक्रेट एसोसिएशन के पंकज धमीजा, जसविंद्र सिंह चावला, हरमीत सिंह खालसा, पाल चंद वर्मा, रेशम लाल असीजा, एडवोकेट देव शर्मा आदि मौजूद थे। मंच संचालन रवि खुराना और नितिन सेतिया ने किया। 

बचपन के कामयाब सम्मानित 

महोत्सव में क्षेत्र के उन बच्चों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने फाजिल्का का नाम रोशन किया है। इस दौरान सरहदी गांव दोना नानका के सरकारी प्राइमरी स्कूल के बच्चों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान सुश्री उमा शर्मा व मैडम प्रीतम कौर, लीलावंती असीजा द्वारा दिया गया। इस मौके पर नन्हे बच्चों ने 2 से लेकर करीब 300 तक के पहाड़े सुनाए। मंच का संचालन कर रहे रवि खुराना ने भी बच्चों से 275 का पहाड़ा सुना, जो बच्चों ने चंद ही मिनट में सुना दिया। इसके बाद 12 सांझे चूल्हे की संभाल कर रही किरण कंबोज को विशेष सम्मान देकर सम्मानित किया गया। नन्ही किरण ने न सिर्फ 12 चूल्हों की देखभाल में अपना योगदान दिया है, बल्कि 100 पेड़ों की संभाल कर उन्हें पौधे का रूप दिलाया। उन्हें पर्यावरण संभाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इको कैब के निर्माता कारीगर हुए सम्मानित 

महोत्सव में इको कैब के निर्माता व इसके कारीगरों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इको कैब के निर्माता व ऊर्जा पुरुष डॉक्टर भूपेंद्र सिंह को सम्मान देने के साथ-साथ रिक्शा तैयार करने वाले कारीगर पलविंद्र सिंह, पे्रम नाथ, नंद किशोर, रमन कुमार को सम्मानित किया गया। उन्होंने इको कैब को अन्य रिक्शों के मुकाबले कम वजन व कम दाम में तैयार किया है।

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