अमृत सचदेवा, फाजिल्का
फाजिल्का के सादकी बार्डर की रिट्रीट सेरेमनी अब सादगी भरी नहीं रहेगी, अब यहा भी वाघा जैसी चमक-दमक व शानो-शौकत नजर आएगी। यह सब होने जा रहा है स्थानीय विधायक एवं वन एवं श्रम मंत्री सुरजीत ज्याणी के प्रयासों से। उन्होंने 1.40 करोड़ रुपये की ग्राट से सादकी बार्डर के जीर्णोद्वार के प्रयासों की योजना को मूर्त रूप दिलवाया।
इन प्रयासों में सादकी बार्डर को और विस्तृत कर काफी बड़ी दर्शक गैलरी, विस्तृत पार्किग स्थल, बड़ा इटरनेशनल गेट व काफ्रेंस हाल बनाया जा रहा है। ताकि राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली आदि राज्यों से आने वाले पर्यटक भारी तादाद में रिट्रीट सेरेमनी का हिस्सा बन सकें।
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तीन इंटरनेशनल चौकियों में से एक है सादकी
फाजिल्का: अमृतसर स्थित वाघा बार्डर व फिरोजपुर स्थित हुसैनीवाला बार्डर के बाद फाजिल्का का सादकी बार्डर ही एक ऐसा बार्डर है, जहा भारत-पाकिस्तान के बीच रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। इसे देखने के लिए भारी तदाद में लोग जमा होते है।
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जिले में होगा पर्यटन उद्योग का विकास
फाजिल्का: सादकी बार्डर के सौंदर्यीकरण बारे वनमंत्री सुरजीत ज्याणी ने कहा कि सादकी बार्डर पर 37 लाख की लागत से इटरनेशनल गेट व 42 लाख की लागत से काफ्रेंस हाल का निर्माण किया जा रहा है। 38 लाख की लागत से सुंदर दर्शक गैलरी व 23 लाख की लागत से पाíकंग का निर्माण किया जा रहा है। ज्याणी ने कहा कि 1.40 करोड़ रुपये खर्च कर जिले को पर्यटन उद्योग की लिहाज से आगे लाया जाएगा। पर्यटक पहले भी यहा भारी तदाद में आते थे, लेकिन उन्हे बैठने के लिए कोई खास व बढि़या सुविधाएं नहीं थीं। अब सुविधाएं बढ़ने से पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी।
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