Saturday, April 20, 2013

रैंचों की प्रेरणा से इंजीनियर बना लेखक

पेशे से इंजीनियर शिवांश ने लिखी 'लव इज ए डर्टी गेम'
>>पहले तीन माह में ही बिक गईं पांच हजार प्रतियां
अमृत सचदेवा, फाजिल्का : एक था 'थ्री इडियट्स' का फरहान। जिसने अपने दोस्त रणछोड़दास चांचड़ (रैंचो) की सलाह मानी और शौक व पसंद के अनुसार करियर का चुनाव किया। इंजीनियरिंग छोड़ करवाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में नाम कमाया। अब एक हैं शहर के रहने वाले शिवांश कामरा। रैंचो की प्रेरणा से ही वह इंजीनियरिंग की डिग्री पास करने के बावजूद लेखक बन गए। लेखक भी ऐसे कि उनकी लिखी पहली ही किताब की तीन माह में ही पांच हजार प्रतियां बिक चुकी हैं। अब वह दो और पुस्तकें लिख रहे हैं। क्षेत्र की एक संस्था अब उन्हें सम्मानित करने की तैयारी में है।
शहर के रहने वाले शिवांश कामरा ने इंजीनियरिंग तो परंपरागत र्ढे पर चलते ही कर ली, लेकिन अंदर का लेखक हमेशा बाहर आने की कोशिश करता रहा। आखिरकार चेतन भगत के नावल पर बनी फिल्म 'थ्री इडियट्स' ने शिवांश को मनोबल प्रदान किया। नतीजा यह निकला है कि प्रोडक्शन इंजीनियर के तौर पर सफलतापूर्वक काम कर रहे शिवांश ने 'लव इज ए डर्टी गेम' पुस्तक लिख डाली।
फाजिल्का के आर्मी स्कूल से शिक्षित 25 वर्षीय शिवांश ने गुरुनानक देव इंजीनियरिंग कालेज लुधियाना से डिग्री हासिल की। ब्लाग लिखने के शौक ने अंदर के लेखक को जगा दिया। शिवांश के अनुसार इस दौरान 'थ्री इडियट्स' ने संदेश दिया कि वह भी अपनी जिंदगी शौक व पसंद अनुसार बिता सकते हैं। फिर क्या था उन्होंने अपनी जिंदगी पर आधारित पुस्तक को पूरा किया। इसके लिए अपने जीवन की सच्चाइयों के साथ कुछ कल्पनाओं का भी सहारा लिया।
साल के पहले तीन माह में ही इस पुस्तक की पांच हजार से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं। अब शिवांश मैकेनिकल इंजीनियरिंग का काम छोड़ सृष्टि प्रकाशन के लिए नई पुस्तकें लिखने में व्यस्त हैं।
युवाओं को भायी सीधी व सपाट भाषा
फाजिल्का : शिवांश की पहली पुस्तक को युवा वर्ग ने खूब पसंद किया है। इसमें इस्तेमाल सीधी व सपाट भाषा युवाओं को बेहद पसंद आई। सृष्टि प्रकाशन ने आगामी प्रोजेक्ट के लिए भी शिवांश के साथ करार किया है। वर्तमान में शिवांश सट्टेबाजों पर आधारित पुस्तक 'लव स्टोरी आफ किंग एंड क्वीन' और 'बिपोलर पेशेंट के रोग' पर लिख रहे हैं।
आटोमोबाइल का बिजनेस करने वाले फाजिल्का के सतीश कामरा का पुत्र शिवांश अच्छा तैराक और बैडमिंटन खिलाड़ी भी है। शिवांश की लेखक के रूप में उपलब्धियों के चलते ग्रेजुएट्स वेलफेयर एसोसिएशन फाजिल्का हेरीटेज फेस्टिवल के समापन पर 21 अप्रैल को उन्हें यूथ आईकॉन अवार्ड प्रदान करने जा रही है।

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