अमृत सचदेवा, फाजिल्का
कृषि खर्च बढ़ने, कम उत्पादन व ग्लोबल वार्मिग के कारण प्रभावित हो रही खेती को बचाने के लिए मैक्सिकन संस्था सिमट द्वारा चलाए जा रहे सीरियल सिस्टम इनीशिएटिव फार साउथ एशिया का शिष्टमंडल ट्रेनिंग के लिए फाजिल्का आया। इस 27 सदस्यीय शिष्टमंडल में भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल व उजबेकिस्तान के प्रतिनिधि शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि फाजिल्का में कर्ज मुक्त किसान अभियान चलाने वाली निजी संस्था जमींदारा फार्म साल्यूशंस ने कृषि खर्चो को नियंत्रित करने, कम पानी के प्रयोग और पराली के सदुपयोग पर ढेरों उपलब्धियां हासिल कर रखी हैं। पिछले कुछ दिन से पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी में ट्रेनिंग के लिए आए उक्त चार देशों के प्रतिनिधियों ने उपलब्धियों से प्रभावित होकर एक दिवसीय फील्ड ट्रेनिंग के लए फाजिल्का का दौरा किया। दल में शामिल भारतीय प्रतिनिधि एवं पंजाब के प्रमुख एग्रीकल्चर विशेषज्ञ डा. एचएस सिद्धू, डा. केन सायरे व सीनियर क्रापिंग सिस्टम एग्रानोमिस्ट डा. एमएल जाट ने बताया कि खेतीबाड़ी के दौरान कम से कम पानी प्रयोग करने, पराली जलाने की जगह उसे कुदरती खाद के रूप में प्रयोग करने, फसल चक्र सही ढंग से अपनाने, कम बीज, कम दवाएं, ज्यादा उत्पादन प्राप्त करने और खेती के खर्च कम करने की जरुरत है। इन सभी मामलों में कर्ज मुक्त अभियान के तहत सैकड़ों किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित करने के सफल प्रयोग, छोटी छोटी जरूरतों के लिए कृषि औजार खरीदने की जगह उन्हें किराए पर लेकर काम चलाने, ड्रिप इरीगेशन अपनाकर पानी बचाने की दिशा में जमींदारा फार्म साल्यूशंस ने बेहतर काम किया है। सभी देशों के प्रतिनिधियों ने फाजिल्का आकर टिकाऊ खेती करने के जो गुर सीखे हैं, उसे पूरे साउथ एशिया के किसान अपनाएं, यह प्रयास सिमट द्वारा किया जाएगा। जमींदारा फार्मसाल्यूशंस के निदेशक विक्रम आदित्य आहूजा कर्ज मुक्त अभियान चलाने पर स्टेट अवार्ड हासिल कर चुके हैं, ने बताया कि शिष्टमंडल को खेतीबाड़ी के खर्च कम करने और ज्यादा से ज्यादा समय तक जमीन की उपजाऊ शक्ति बचाए रखने संबंधी हर प्रोजेक्ट पसंद आए। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था पहले भी सिमट के साथ मिलकर खेतीबाड़ी विकास के प्रोजेक्टों पर काम कर रही है। प्रतिनिधि मंडल में बांग्लादेश से डा. आकाश अली, नेपाल से डा. रंजीत, उजबेकिस्तान से डा. अर्किन व अन्य प्रतिनिधि शामिल थे।
Tuesday, November 30, 2010
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