प्रोजेक्ट के तहत 90 एकड़ क्षेत्र में नासा एग्रो द्वारा पार्क स्थापित किया जाएगा और वहीं बायोगैस प्लांट को संपूर्ण एग्री वेंचर्स द्वारा किर्लोस्कर के तकनीकी सहयोग से स्थापित किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए संपूर्ण एग्रो के निदेशक संजीव नागपाल व डायरेक्टर सुमीर नागपाल ने बताया कि मालवा क्षेत्र सीमित संसाधनों, कृषि योग्य क्षेत्र के लगातार कम होने, जैविक तत्वों की कमी से जूझती जमीन और अधिक उपयोग न हो सकने वाले खारे पानी जैसी मुश्किलों के चलते गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 1 मेगावॉट बायोगैस पॉवर प्लांट को फाजिल्का में स्थापित किया जाएगा जो कि एक साल के अंदर चालू कर दिया जाएगा। इस क्षेत्र के लिए विशेषतौर पर धान के छिलके पर आधारित एक बायोगैस प्लांट को भी विकसित किया है, जो कि बायोगैस डाइजेस्टर्स के लिए खारे पानी के उपयोग के लिए इंटीग्रेट किया गया है और प्रोसेसिंग धान भूसा के अवशिष्ट को सिलिका, सेल्यूलोज और लिगनिन सामग्री के साथ बॉयो-फर्टीलाइजर में बदल देगा। जो कि बेकार पानी को भी प्रभावी ढंग से उपयोग में लाने और धान के छिलका को अन्य सहायक गतिविधियों में उपयोग के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को सहारा मिलेगा
Wednesday, December 28, 2011
500 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा एग्रो पार्क
पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज कार्पोरेशन और संपूर्ण एग्री वेंचर्स के बीच हुए करार के तहत फाजिल्का में 500 करोड़ रुपए के निवेश से मालवा क्षेत्र में वेस्ट लैंड को एकीकृत कृषि कारोबार के लिए विकसित करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
प्रोजेक्ट के तहत 90 एकड़ क्षेत्र में नासा एग्रो द्वारा पार्क स्थापित किया जाएगा और वहीं बायोगैस प्लांट को संपूर्ण एग्री वेंचर्स द्वारा किर्लोस्कर के तकनीकी सहयोग से स्थापित किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए संपूर्ण एग्रो के निदेशक संजीव नागपाल व डायरेक्टर सुमीर नागपाल ने बताया कि मालवा क्षेत्र सीमित संसाधनों, कृषि योग्य क्षेत्र के लगातार कम होने, जैविक तत्वों की कमी से जूझती जमीन और अधिक उपयोग न हो सकने वाले खारे पानी जैसी मुश्किलों के चलते गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 1 मेगावॉट बायोगैस पॉवर प्लांट को फाजिल्का में स्थापित किया जाएगा जो कि एक साल के अंदर चालू कर दिया जाएगा। इस क्षेत्र के लिए विशेषतौर पर धान के छिलके पर आधारित एक बायोगैस प्लांट को भी विकसित किया है, जो कि बायोगैस डाइजेस्टर्स के लिए खारे पानी के उपयोग के लिए इंटीग्रेट किया गया है और प्रोसेसिंग धान भूसा के अवशिष्ट को सिलिका, सेल्यूलोज और लिगनिन सामग्री के साथ बॉयो-फर्टीलाइजर में बदल देगा। जो कि बेकार पानी को भी प्रभावी ढंग से उपयोग में लाने और धान के छिलका को अन्य सहायक गतिविधियों में उपयोग के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को सहारा मिलेगा
प्रोजेक्ट के तहत 90 एकड़ क्षेत्र में नासा एग्रो द्वारा पार्क स्थापित किया जाएगा और वहीं बायोगैस प्लांट को संपूर्ण एग्री वेंचर्स द्वारा किर्लोस्कर के तकनीकी सहयोग से स्थापित किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए संपूर्ण एग्रो के निदेशक संजीव नागपाल व डायरेक्टर सुमीर नागपाल ने बताया कि मालवा क्षेत्र सीमित संसाधनों, कृषि योग्य क्षेत्र के लगातार कम होने, जैविक तत्वों की कमी से जूझती जमीन और अधिक उपयोग न हो सकने वाले खारे पानी जैसी मुश्किलों के चलते गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 1 मेगावॉट बायोगैस पॉवर प्लांट को फाजिल्का में स्थापित किया जाएगा जो कि एक साल के अंदर चालू कर दिया जाएगा। इस क्षेत्र के लिए विशेषतौर पर धान के छिलके पर आधारित एक बायोगैस प्लांट को भी विकसित किया है, जो कि बायोगैस डाइजेस्टर्स के लिए खारे पानी के उपयोग के लिए इंटीग्रेट किया गया है और प्रोसेसिंग धान भूसा के अवशिष्ट को सिलिका, सेल्यूलोज और लिगनिन सामग्री के साथ बॉयो-फर्टीलाइजर में बदल देगा। जो कि बेकार पानी को भी प्रभावी ढंग से उपयोग में लाने और धान के छिलका को अन्य सहायक गतिविधियों में उपयोग के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को सहारा मिलेगा
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