जासं, लुधियाना : ऑटो रिक्शा के प्रदूषण से जूझ रहे महानगर को बचाने के लिए जल्द सड़कों पर इको कैब्स नजर आएंगी। इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आ-जा सकेंगे। इको कैब्स को बढ़ावा देने के लिए बैंक से चार फीसदी दर पर कर्ज भी मुहैया करवाया जाएगा। यह जानकारी एडीसी (डी) प्रदीप अग्रवाल ने मंगलवार को बचत भवन में बुलाई बैठक के दौरान दी। बैठक में रिक्शा चालकों को भी बुलाया गया था और उन्हें नई इको कैब्स के बारे में जानकारी दी गई। अग्रवाल ने बताया कि इको कैब्स नए डिजाइजन से तैयार की गई हैं और पुराने रिक्शों के मुकाबले इनका वजन 25 फीसदी कम है। इसलिए इन्हें खींचने में कम ताकत लगेगी। इन्हें बढ़ावा को लिए विभिन्न बैंकों से केवल चार फीसदी की दर पर कर्ज मिलेगा। एक रिक्शे की कीमत करीब पांच हजार रुपये की है। यह नही इको कैब्स खरीदने वाले का एक लाख रुपये का सड़क दुर्घटना इंश्योरेंस भी करवाया जाएगा। इसके लिए कैब चालकों को केवल 100 रुपये सालाना खर्च करना होगा। यह सेवा फाजिल्का, अमृतसर, पटियाला में सफल रही है व अब संगरूर व जालंधर में भी इसे लांच किया जाएगा। इसका डिजाइन करने वाले नवदीप असीजा ने बताया कि यह रिक्शे कम कीमत पर मिल रहे हैं वहीं रिक्शों पर पर लगे विज्ञापन से अतिरिक्त कमाई भी होती है। कैब चालकों के पहचान पत्र भी जारी जाएंगे जिससे उन्हें किसी प्रकार परेशानी न हो। महानगर में मौजूदा समय में हजारों की संख्या में रिक्शा चल रहे हैं। बैठक में लीड बैंक मैनेजर कुलदीप सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे
Wednesday, May 18, 2011
Ludhiana Ecocabs : शहर में चलेंगी इको कैब्स
Dainik Jagran, 18 May 2011, Page 5 Ludhiana City Edition
जासं, लुधियाना : ऑटो रिक्शा के प्रदूषण से जूझ रहे महानगर को बचाने के लिए जल्द सड़कों पर इको कैब्स नजर आएंगी। इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आ-जा सकेंगे। इको कैब्स को बढ़ावा देने के लिए बैंक से चार फीसदी दर पर कर्ज भी मुहैया करवाया जाएगा। यह जानकारी एडीसी (डी) प्रदीप अग्रवाल ने मंगलवार को बचत भवन में बुलाई बैठक के दौरान दी। बैठक में रिक्शा चालकों को भी बुलाया गया था और उन्हें नई इको कैब्स के बारे में जानकारी दी गई। अग्रवाल ने बताया कि इको कैब्स नए डिजाइजन से तैयार की गई हैं और पुराने रिक्शों के मुकाबले इनका वजन 25 फीसदी कम है। इसलिए इन्हें खींचने में कम ताकत लगेगी। इन्हें बढ़ावा को लिए विभिन्न बैंकों से केवल चार फीसदी की दर पर कर्ज मिलेगा। एक रिक्शे की कीमत करीब पांच हजार रुपये की है। यह नही इको कैब्स खरीदने वाले का एक लाख रुपये का सड़क दुर्घटना इंश्योरेंस भी करवाया जाएगा। इसके लिए कैब चालकों को केवल 100 रुपये सालाना खर्च करना होगा। यह सेवा फाजिल्का, अमृतसर, पटियाला में सफल रही है व अब संगरूर व जालंधर में भी इसे लांच किया जाएगा। इसका डिजाइन करने वाले नवदीप असीजा ने बताया कि यह रिक्शे कम कीमत पर मिल रहे हैं वहीं रिक्शों पर पर लगे विज्ञापन से अतिरिक्त कमाई भी होती है। कैब चालकों के पहचान पत्र भी जारी जाएंगे जिससे उन्हें किसी प्रकार परेशानी न हो। महानगर में मौजूदा समय में हजारों की संख्या में रिक्शा चल रहे हैं। बैठक में लीड बैंक मैनेजर कुलदीप सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे
जासं, लुधियाना : ऑटो रिक्शा के प्रदूषण से जूझ रहे महानगर को बचाने के लिए जल्द सड़कों पर इको कैब्स नजर आएंगी। इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आ-जा सकेंगे। इको कैब्स को बढ़ावा देने के लिए बैंक से चार फीसदी दर पर कर्ज भी मुहैया करवाया जाएगा। यह जानकारी एडीसी (डी) प्रदीप अग्रवाल ने मंगलवार को बचत भवन में बुलाई बैठक के दौरान दी। बैठक में रिक्शा चालकों को भी बुलाया गया था और उन्हें नई इको कैब्स के बारे में जानकारी दी गई। अग्रवाल ने बताया कि इको कैब्स नए डिजाइजन से तैयार की गई हैं और पुराने रिक्शों के मुकाबले इनका वजन 25 फीसदी कम है। इसलिए इन्हें खींचने में कम ताकत लगेगी। इन्हें बढ़ावा को लिए विभिन्न बैंकों से केवल चार फीसदी की दर पर कर्ज मिलेगा। एक रिक्शे की कीमत करीब पांच हजार रुपये की है। यह नही इको कैब्स खरीदने वाले का एक लाख रुपये का सड़क दुर्घटना इंश्योरेंस भी करवाया जाएगा। इसके लिए कैब चालकों को केवल 100 रुपये सालाना खर्च करना होगा। यह सेवा फाजिल्का, अमृतसर, पटियाला में सफल रही है व अब संगरूर व जालंधर में भी इसे लांच किया जाएगा। इसका डिजाइन करने वाले नवदीप असीजा ने बताया कि यह रिक्शे कम कीमत पर मिल रहे हैं वहीं रिक्शों पर पर लगे विज्ञापन से अतिरिक्त कमाई भी होती है। कैब चालकों के पहचान पत्र भी जारी जाएंगे जिससे उन्हें किसी प्रकार परेशानी न हो। महानगर में मौजूदा समय में हजारों की संख्या में रिक्शा चल रहे हैं। बैठक में लीड बैंक मैनेजर कुलदीप सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे
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