जरूरी है झील का बचना
याचिका में नवदीप असीजा ने बताया कि 1844 में ब्रिटिश सरकार के अधिकारी वंस एगन्यू की ओर से बाधा झील यानि हार्स शू लेक की सुंदरता को देखकर बंगला का निर्माण किया गया था। झील के कारण क्षेत्र का भूमिगत पानी स्वच्छ था। उन्होंने बताया कि झील के आसपास मनमोहक नजारा होने के कारण यहां राष्ट्रीय पक्षी मोर के अलावा अनेक पक्षियों का निवास है। हरे भरे पेड़ों के कारण शहर का वातावरण शुद्ध है। अगर यहां पुडा की ओर से कालोनी बनाई गई तो पक्षियों का रहन बसेरा उजड़ जाएगा और शहर का वातावरण दूषित हो जाएगा। इस कारण यहां कालोनी नहीं बननी चाहिए।
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