गांव आजमवाला के युवक प्रदीप सरां ने वायस आफ पंजाब का खिताब जीत लिया है। यह मुकाबला एक टीवी चैनल द्वारा कराया गया था। प्रदीप सरां को गायकी विरासत में मिली है। उसके पिता प्रकाश सिंह सरां पंजाबी के प्रसिद्ध लोक गायक हैं और माता अमृतपाल कौर पंजाबी की कवयित्री व बठिंडा के कालेज में पंजाबी की प्रोफेसर हैं। प्रदीप के परिजनों ने बताया कि, प्रदीप ने जब 64 प्रतियोगियों में से सुपर 10 में अपनी जगह बना ली तो उन्हें इस बात की उम्मीद हो गई थी कि अब प्रदीप वायस आफ पंजाब का खिताब जरूर जीतेगा। शुक्रवार की रात जब प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला चल रहा था तो सबकी निगाहें इसके विजेता घोषित होने पर लगी हुई थी, जैसे ही प्रदीप को विजेता घोषित किया गया, पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। गांव के लोग प्रदीप सरां के घर पहुंच गए, जहां उसके ताया भूपेंद्र सिंह मौजूद थे। उन्होंने कहा कि प्रदीप सरां के विजेता बनने के पीछे सभी लोगों की दुआएं व उन लोगों का सहयोग रहा है, जिन्होंने उसे मैसेज कर वोट दिए। जिसकी बदौलत वह विजयी बना। गौर हो कि प्रदीप आजकर बठिंडा में रह रहा है।
Monday, August 15, 2011
प्रदीप सरां बना वायस आफ पंजाब- Fazilka's Pardeep Sra become Voice of Punjab
हमारे प्रतिनिधि, अबोहर
गांव आजमवाला के युवक प्रदीप सरां ने वायस आफ पंजाब का खिताब जीत लिया है। यह मुकाबला एक टीवी चैनल द्वारा कराया गया था। प्रदीप सरां को गायकी विरासत में मिली है। उसके पिता प्रकाश सिंह सरां पंजाबी के प्रसिद्ध लोक गायक हैं और माता अमृतपाल कौर पंजाबी की कवयित्री व बठिंडा के कालेज में पंजाबी की प्रोफेसर हैं। प्रदीप के परिजनों ने बताया कि, प्रदीप ने जब 64 प्रतियोगियों में से सुपर 10 में अपनी जगह बना ली तो उन्हें इस बात की उम्मीद हो गई थी कि अब प्रदीप वायस आफ पंजाब का खिताब जरूर जीतेगा। शुक्रवार की रात जब प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला चल रहा था तो सबकी निगाहें इसके विजेता घोषित होने पर लगी हुई थी, जैसे ही प्रदीप को विजेता घोषित किया गया, पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। गांव के लोग प्रदीप सरां के घर पहुंच गए, जहां उसके ताया भूपेंद्र सिंह मौजूद थे। उन्होंने कहा कि प्रदीप सरां के विजेता बनने के पीछे सभी लोगों की दुआएं व उन लोगों का सहयोग रहा है, जिन्होंने उसे मैसेज कर वोट दिए। जिसकी बदौलत वह विजयी बना। गौर हो कि प्रदीप आजकर बठिंडा में रह रहा है।
गांव आजमवाला के युवक प्रदीप सरां ने वायस आफ पंजाब का खिताब जीत लिया है। यह मुकाबला एक टीवी चैनल द्वारा कराया गया था। प्रदीप सरां को गायकी विरासत में मिली है। उसके पिता प्रकाश सिंह सरां पंजाबी के प्रसिद्ध लोक गायक हैं और माता अमृतपाल कौर पंजाबी की कवयित्री व बठिंडा के कालेज में पंजाबी की प्रोफेसर हैं। प्रदीप के परिजनों ने बताया कि, प्रदीप ने जब 64 प्रतियोगियों में से सुपर 10 में अपनी जगह बना ली तो उन्हें इस बात की उम्मीद हो गई थी कि अब प्रदीप वायस आफ पंजाब का खिताब जरूर जीतेगा। शुक्रवार की रात जब प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला चल रहा था तो सबकी निगाहें इसके विजेता घोषित होने पर लगी हुई थी, जैसे ही प्रदीप को विजेता घोषित किया गया, पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। गांव के लोग प्रदीप सरां के घर पहुंच गए, जहां उसके ताया भूपेंद्र सिंह मौजूद थे। उन्होंने कहा कि प्रदीप सरां के विजेता बनने के पीछे सभी लोगों की दुआएं व उन लोगों का सहयोग रहा है, जिन्होंने उसे मैसेज कर वोट दिए। जिसकी बदौलत वह विजयी बना। गौर हो कि प्रदीप आजकर बठिंडा में रह रहा है।
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