जागरण संवाददाता, फाजिल्का
पंजाब व पंजाबियत ने मुझे बहुत कुछ दिया है। अब मेरी बारी है कि मैं कुछ अपने पंजाब को दूं। ये विचार पंजाब के नामवर कामेडियन और अब सक्रिय राजनीति में कदम रख चुके भगवंत मान ने प्रकट किए।
उपमंडल के गांव दोना नानका में रोगग्रस्त लोगों की सहायता के लिए आए मान ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि उन्होंने अपनी कामेडी के जरिए हमेशा भ्रष्टाचार, बिगड़ चुके राजनीतिक सिस्टम और पंजाब पुलिस पर कटाक्ष किया है। कामेडी को लोग हंसी में लेते हैं और गंभीरता से इस बुराइयों को समाप्त करने की बजाए राजनीति और व्याप्त भ्रष्टाचार को कोसते रहते हैं। वह लंबे समय से राजनीति में आकर इन बुराइयों के खिलाफ मोर्चा खोलने के बारे में सोच रहे थे, लेकिन उन्हें सकारात्मक विचारधारा वाली कोई पार्टी नहीं मिली। हर तरफ वंशवाद की राजनीति हावी है। राजनीतिज्ञ अरबों रुपये खर्च कर हवाई अड्डे बनाते हैं, लेकिन यह नहीं देखा जाता कि जिस नगर में हवाई अड्डा बनाया जा रहा है, वहां के कितने प्रतिशत लोग हवाई यात्रा करने में समर्थ हैं। कैंसर अस्पताल पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाता हैं, लेकिन कैंसर की जड़ दूषित पानी के बारे में कुछ नहीं किया जाता।
कामेडियन मान ने कहा कि वह किसी लाल बत्ती वाली गाड़ी प्राप्त करने के लिए राजनीति में नहीं आए। वह लोगों की आवाज बनकर काम करना चाहते हैं और उनकी मुश्किलें दूर करवाना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने पंजाबियों के कर्ज के खिलाफ आवाज उठाने वाले व सकारात्मक सोच वाले नेता का दामन थामा है। जब मान से चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मनप्रीत के नेतृत्व में बनने वाली पार्टी हाईकमान आदेश देगी तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगे।
Friday, March 25, 2011
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